#एक ऐसा विद्यालय जहाँ होता है बच्चों का सर्वांगीण विकास#
**नवोदय की दुनिया**
अगर हम बात करें नवोदय जैसे संस्थान की तो हमें समझ ही नहीं आता कि हम शुरूआत कहाँ से करें, क्योंकि इसकी खूबियों बयां करने के लिए शुरुआत का कोई पता ही नहीं चलता। चलो खैर हम शुरूआत कर ही देते हैं।
नवोदय एक ऐसा प्लेटफॉर्म है कि जहां से प्रत्येक दिशा की ओर जाया जा सकता है हम अगर थोड़ा सा भी सजग और सचेत अवस्था में रहें तो अपनी जिंदगी में सभी सुखों को प्राप्त कर सकते हैं ,और अपने हर उस मुकाम तक पहुँच सकते हैं जहाँ हम जाना चाहते हैं।
अगर मैं नवोदय के विषय में एक विद्यार्थी के रूप में बताऊँ या समझाऊँ तब जहाँ तक अधिक बेहतर रहेगा।
वहाँ के दिन की शुरुआत होती है PET सर की सीटी से जब सुबह 5:30 पर उनकी सीटी बजती है तब सभी विद्यार्थी अपने जूते और टीशर्ट की तरफ भागते हैं और PET की ड्रेस पहनकर PET के लिए प्रस्थान करते हैं और वहाँ पर खेल मैदान के दो या तीन चक्कर लगाकर शारीरिक अभ्यास करते हैं और वहीं पर कुछ बच्चे योगासन कर रहे होते हैं।
6:00 बजे सभी विद्यार्थी वापस अपने सदन की ओर जाते हैं और स्नान करते हैं। इसके तत्पश्चात विद्यालय की पूर्ण गणवेश के साथ भोजनालय की ओर प्रस्थान करते हैं।
नवोदय का सबसे बिंदास नाश्ता होता है पोहा! भोजनालय में नाश्ता लेने हेतु सभी विद्यार्थी पंक्तिबद्ध तरीके से नाश्ता लेकर भोजनालय में प्रवेश करते हैं और फिर नाश्ता करते हैं।
विद्यालय में पहुँचते ही उनकी पहली उपस्थिति दर्ज की जाती है।उपस्थिति के तदुपरांत ईश्वर की अराधना हेतु सभी विद्यार्थियों को बहुद्देशीय सभागार की तरफ प्रस्थान करना होता है सभी विद्यार्थी पूर्ण मनोयोग से ईश्वर की आराधना करते हैं और उन्हें याद करते हैं।
उसी समय प्रतिदिन की भाँति एक विद्यार्थी सुविचार बोलता है। सुविचार की तत्पश्चात मनन काल प्रारंभ होता है। जिसमें सभी विद्यार्थी सुविचार हेतु मनन करते हैं और उसे अपने जीवन में उतारने हेतु विचार करते हैं ।
दूसरा विद्यार्थी समाचार बोलता है फिर वक्तव्य और साथ ही प्रश्नोत्तरी का सामना भी करना पड़ता है। यह सिलसिला प्राचार्य जी के वक्तव्य पर ही समाप्त होता है।
अब कक्षाओं के प्रारंभ होने का समय हो चुका होता है और कक्षाएं प्रारंभ होती हैं। 7 घंटे की कक्षाओं के बीच 15 मिनट का विराम मिलता है। विराम के समय बिस्किट या मौसमी फल हमारी छोटी छोटी भूख़ को समाप्त करते हैं।
जब तक 1:30 बज रहे होते हैं तब तक हमारे पेट में चूहे कूद रहे होते हैं और उसे हम खत्म करते हैं दोपहर के खाने के साथ।
सदन में आते ही हम भोजनालय जाने हेतु थाली चम्मच और ग्लास व्यवस्थित करते हैं और प्रस्थान करते हैं भोजनालय की ओर वहां पर हमें हमारी पसंद का भोजन उपलब्ध कराया जाता है। उसके बाद हम सदन वापस आते हैं और थोड़े समय तक विश्राम करते हैं।
रिमेडियल क्लास का इंतजार करते हैं। रिमेडियल क्लास के समय पर हम पुनः विद्यालय की ओर प्रस्थान करते हैं और वहाँ पर हमारी अतिरिक्त कक्षाएं चलाई जाती हैं और स्वाध्यायन भी होता है।
इन कक्षाओं के बाद आता है हमारे खेल कूद का समय जिसमें हम खूब मस्ती करते हैं और प्रत्येक प्रकार के खेल खेलते हैं। जब हमारे खेल कूद का समय समाप्त होता है तब बारी आती है शाम के चाय की सभी विद्यार्थी बहुत ही चाव से चाय पीते हैं और शाम के नाश्ते या बिस्कुट का आनंद लेते हैं।
इसके पश्चात सभी विद्यार्थी अपनी पढ़ाई हेतु पुनः सदनों में या भोजनालय में अपनी पढ़ाई करते हैं और किसी भी आवश्यकता हेतु शिक्षक से मिलते हैं। 2 घंटे की पढ़ाई के बाद समय होता है रात के खाने का इसमें सभी विद्यार्थी खाना खाते हैं और दूध पीते हैं।
उनकी दूसरे वक्त की पढ़ाई भी होती है 9:00 बजे से 10:30 बजे तक। यह उनकी पढ़ाई का समय होता है। उसके बाद वह अपने निर्धारित समय 10:30 पर अपने-अपने विस्तरों पर जाते हैं और विश्राम करते हैं।
इसी प्रकार यह दिनचर्या समाप्त होती है और पुनः फिर सुबह से उनकी अगले दिन के कार्यक्रम प्रारंभ होते हैं
विद्यालय में कभी कभी सफाई अभियान भी चलाया जाता था जिसमे सभी बच्चे बहुत ही रुचि के साथ काम करते और विद्यालय परिसर की सफाई करते।
Oh my god....so nice bro
ReplyDeleteThanks dear.... It's my pleasure.....
DeleteSagheerahmad2050:TAGDA BYA DIYO BABU...
ReplyDeleteIT'S MY DUTY.....
DeleteNothing else.....
Kya khoob bataya hai bhi 👌👌
ReplyDeleteShukriya bhai sahab .....
DeleteNice...sir
ReplyDeleteThank you sir...
DeleteNice bhai
ReplyDeleteThanks dear...
DeleteSo nice
ReplyDeleteGreat work
Thank you sir....
Deleteअतिसुन्दर प्रस्तुति..👌👌👌👌👌
ReplyDeleteNice job...
ReplyDeleteSpread it everyone
ReplyDeleteThis responsibility is each and every navodayan.....
DeleteProud bro
ReplyDeleteThank you brother...
DeleteYe to ekdum change ho gya .... Thanks brothers .... Purani yado kai ly
ReplyDeleteThank you my dear ... All elder... Brother...
DeleteNice .....briefing ......bro ....keepp itt on.
ReplyDeleteThanks dear .... And it's my pleasure...
Deleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteThis is the actual things happen in jnv life i appreciate your post for managing the activities photos.
ReplyDeleteRealy its
ReplyDeleteVery good
Nyc
ReplyDelete